रायपुर, छत्तीसगढ़ / 22 अप्रैल 2023 –
छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक अजीब सी खामोशी छाई हुई है। वर्तमान स्थिति में जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल को जनता के बीच प्रचारित कर रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा अपनी पार्टी के लिए छत्तीसगढ़ में चेहरे की खोज में लगी हुई है। एक ओर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर कार्य कर रही है तो दूसरी ओर भाजपा आंदोलन के लिए मुद्दे तलाश रही है। लेकिन इन सबके बीच एक बात ध्यान देने योग्य है कि इस वर्ष के अंत में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं और किसी भी पार्टी की ओर से आगामी चुनाव से संबंधित न कोई समिति गठित की गई है और न ही मीडिया के माध्यम से कोई घोषणा की गई है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के पूर्व जनवरी माह में ही चुनाव अभियान समिति और घोषणा पत्र समिति की घोषणा कर दी गई थी। अब इस देरी का क्या कारण है यह तो समय ही बताएगा लेकिन लगता है कि कांग्रेस, भाजपा, जोगी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बसपा, गोंगपा आदि राजनीतिक दल अंदर ही अंदर कोई चुनावी रणनीति बना रहे हैं और सही समय का इंतजार कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के 6 माह पूर्व भी कोई सुगबुगाहट न होने से लोग यही कह रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में आखिर किस बात का है इंतजार?