छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के निवासी आरटीआई (RTI) कार्यकर्ता और विसलब्लोअर संजीव अग्रवाल ने आज मीडिया के साथ एक अहम जानकारी साझा करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने बहुत से कोरोना नियम बनाए हैं, लेकिन क्या इन नियमों के पालन करने की ज़िम्मेदारी सिर्फ आम व्यक्ति की है?
ऐसा इसलिए कि कुछ रसूखदार व्यक्ति प्रशासन की नाक के नीचे कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा रहे हैं। संजीव अग्रवाल ने मीडिया के साथ कुछ फोटो और वीडियो साझा करते हुए कहा है कि रायपुर के देवेंद्र नगर के पास स्थित श्री नारायणा अस्पताल के मालिक और पूरा स्टाफ, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गाने बजाने का कार्यक्रम आयोजित किए थे जिसमें बड़ी संख्या में कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करते हुए भीड़ देखी जा सकती है।
अब पते की बात यह है कि फिल्मी गानों पर नाचते गाते श्री नारायणा अस्पताल के लोग कौन सी देशभक्ति का प्रदर्शन कर रहे थे? जिस अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों का इलाज होता हो, जहां कोविड-19 की वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ हो और अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों और मरीजों की आवाजाही हो, उस अस्पताल में डॉ सुनील खेमका की उपस्थिति में कोविड-19 प्रोटोकॉल का सरेआम उल्लंघन हो रहा है, इससे क्या संदेश दिया गया है?
संजीव अग्रवाल ने रायपुर कलेक्टर और राज्य सरकार से मांग की है कि इस भयावह स्थिति में कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने वाले ऐसे गैरजिम्मेदार लोगों, अस्पताल प्रशासन और उसके मालिक के ख़िलाफ़ सख्त से सख्त कार्रवाई हो ताकि ऐसे गैरजिम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ राजधानी में एक उदाहरण पेश किया जा सके क्योंकि कानून सबके लिए बराबर होता है।
संजीव अग्रवाल ने कहा कि डॉ सुनील खेमका की उपस्थिति में कोविड-19 प्रोटोकॉल का सरेआम उल्लंघन हो रहा है, इससे क्या संदेश दिया गया है? संजीव अग्रवाल ने रायपुर कलेक्टर और राज्य सरकार से मांग की है कि इस भयावह स्थिति में कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने वाले ऐसे गैरजिम्मेदार लोगों, अस्पताल प्रशासन और उसके मालिक के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो ताकि ऐसे गैरजिम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ राजधानी में एक उदाहरण पेश किया जा सके क्योंकि कानून सबके लिए बराबर होता है।