दिनांक: 16/02/2021–
रायपुर, छत्तीसगढ़–
प्रकाशपुंज पांडेय की कलम ✍️ से…
देश में वर्तमान स्थिति –
वर्ष 2024 में इस वर्ष के अप्रैल माह में देश के आम चनाव(लोकसभा) होने वाले हैं। इसे लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। वर्तमान स्थिति में जहां एक ओर एनडीए गठबंधन अपने आप में मजबूत दिखाई पड़ रहा है। बहुत से राजनीतिक दल एनडीए का हिस्सा बन रहे हैं। वहीं दूसरी ओर आई. एन. डी. आई. ए. गठबंधन भी अपने आप को एक जुट करने में लगा हुआ है। हालांकि एक–एक करके कुछ राजनीतिक दल कांग्रेस पार्टी को अपनी आंखें दिखा रहे हैं। हाल ही में आम आदमी पार्टी, एनसीपी, शिवसेना, टीएमसी आदि दलों ने अलग चुनाव लड़ने की बात कही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो अब सौगंध खाकर कहा है कि वे मार्ग से भटक गए थे और अब बीजेपी का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं और उन्हें राज्य सभा भी भेजा जा रहा है। वहीं प्रियंका गांधी के पूर्व राजनीतिक सलाहकार आचार्य प्रमोद कृष्णम भी अब मोदी का जीवन भर साथ देने का निर्णय ले चुके हैं। मिलिंद देवड़ा, शर्मिष्ठा मुखर्जी जैसे नेता पहले ही कांग्रेस को छोड़ चुके हैं। कुल मिलाकर इस समय भाजपा मजबूत और अन्य दल कमजोर दिखाई दे रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की वर्तमान राजनीतिक स्थिति –
छत्तीसगढ़ की बात करते हैं तो यहां हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए हैं और जनता ने पांच साल में ही कांग्रेस की सरकार को बदलकर भाजपा को पुनः अवसर दिया है। कुल 90 विधानसभा सीटों में भाजपा को 54 और कांग्रेस को 36 सीटें मिली हैं। मतलब साफ़ है कि जनता यहां तीसरा विकल्प नहीं चाहती है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अपने सहयोगियों सहित पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस और जोगी कांग्रेस के भी बहुत से नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं। जोगी कांग्रेस के भाजपा में विलय की भी बात सामने आ रही हैं। रायपुर दक्षिण से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल(वर्तमान में मंत्री) के विरुद्ध कांग्रेस के महंत रामसुंदर दास ने चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे दिया था। अब ख़बर है कि वे बीजेपी से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसी स्थिति में छत्तीसगढ़ में भी भाजपा मजबूत स्थिति में है। गौरतलब है कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 68 सीटें मिली थीं लेकिन छः महीने बाद वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में भाजपा को छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से 9 सीटें मिली थीं। अब ऐसा क्या हुआ कि विधानसभा चुनाव में प्रचंड ऐतिहासिक बहुमत पाने वाली कांग्रेस पार्टी को लोकसभा चुनाव में 11 में से मात्र 2 सीटें ही मिलीं? इस उलट फेर का मुख्य कारण था मोदी वेव (Modi Wave), मोदी लहर या कहें कि मोदी फैक्टर (Modi Factor) aur मोदी मैजिक (Modi Magic).
मोदी फैक्टर, मोदी की गारंटी और संघ की शक्ति –
छत्तीसगढ़ में भाजपा पिछले 5 साल बहुत कुछ नहीं कर पाई।मात्र 14 सीटों के साथ भाजपा 5 सालों तक एक कमज़ोर विपक्ष के रूप में दिखी फिर भी अजय चंद्राकर, बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत जैसे नेताओं ने मोर्चा संभाले रखा। फिर भी संगठन में उत्साह नहीं था। फिर वर्ष 2022 से मोर्चा संभाला आरएसएस ने, संघ ने जमीनी स्तर पर कार्य किया और ग्राउंड रिपोर्ट पर काम किया। संघ की रिपोर्ट के बाद केंद्र के नेताओं ने मोर्चा संभाला। तब संगठन में भी बदलाव आया और कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन भी हुआ और अंत के छः माह में शुरू हुआ मोदी मैजिक! जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने छत्तीसगढ़ में अपनी सभाएं कीं था मोदी का जादू चलने लगा, लोगों का उत्साह बढ़ने लगा, खासकर महिलाओं और युवाओं में। महिलाओं एवम् युवाओं के बाद मोदी का जादू ओबीसी और आदिवासी वर्ग पर चला। उधर कांग्रेस पार्टी अतिउत्साह और अपने बीतरघात से युक्त विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर आश्वस्त थी। लेकिन मीडिया के कई सर्वेक्षणों में कांग्रेस पार्टी की जीत के भरोसे पर मोदी की गारंटी भारी पड़ गई।
स्वराज मिशन के प्रकाशपुंज पांडेय का सर्वे हुआ था सटीक साबित —
स्वराज मिशन न्यूज ने उस समय(वर्ष 2023 में) भी अपने सर्वेक्षण में बीजेपी को 50 से 55 सीटें और कांग्रेस को 30 से 35 सीटें व अन्य को 0 से 1 सीटें मिलने की संभावना जताई थी और वह सही साबित भी हुई थी क्योंकि स्वराज मिशन के संपादक प्रकाशपुंज पांडेय ने 8 महीनों तक संपूर्ण छत्तीसगढ़ का जमीनी सर्वे किया था जिसमें यह तथ्य सामने आया था की लोग तत्कालीन कांग्रेस सरकार की योजनाओं से तो खुश थे लेकिन उन योजनाओं के क्रियान्वयन से बिलकुल संतुष्ट नहीं थे। साथ ही जान प्रतिनिधियों का अहंकारी रवैया और डर का माहौल लोगों को रास नहीं आ रहा था। रही सही कसर ईडी और आईटी की छापेमारी ने पूरी कर दी।
स्वराज मिशन के सर्वे में लोकसभा की स्थिति–
स्वराज मिशन के संपादक प्रकाशपुंज पांडेय के अबतक के सर्वे में इस वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को 10 से 11 और कांग्रेस पार्टी को 0 से 1 सीटें मिलती दिख रही हैं। इसका कारण है मोदी मैजिक और मोदी की गारंटी। एक और बड़ा कारण है, अयोध्या जी में भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, जिस आयोजन ने न सिर्फ भारत अपितु पूरे विश्व में सनातन धर्म का अलख जगा दिया। पूरा विश्व राममय हो गया। इस ऐतिहासिक पल पर संपूर्ण भारत वासी भावविभोर हो गए। बड़ी बात यह है की जनश्रुति के अनुसार इसका श्रेय, परोक्ष या अपरोक्ष रूप से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है।